बेइंतहा इंतजार का आलम भी देख,बारिश भी बेमौसम लग रहा,
क्या हाल बना दिया इस जिंदा लाश का,भीगा तन जमाना देख रहा,
खून के आंसू रोते हुए इस भीगे दिल का किसीको इल्म भी न रहा….
बड़ी कश्मकश दिल और दिमाग के बीच रही,
एक बोले भूल जा उसे दुजा पूछे बता कैसे…?
बारिश एक बहाना, जमाने से छिपे अश्क बहाने का,
पागल दिल पूछे एक बहाना फिर प्यार से धड़कने का..
wow…
lovely photograph….please convey my complements to Mr. Anup Sood👌👌aptly described into words sir….
मऊ मऊ धुक्याच्या गार दुलई मागे काय लपले आहे कुणास ठाऊक??….
Adding some more….
थंडी हवा की झोंकोने कोहरे को पैगाम दिया….
आंखोसे गिरती बारिश को छूपाने का एक काम दिया…
13 replies on “बस यूँही…….”
बेइंतहा इंतजार का आलम भी देख,बारिश भी बेमौसम लग रहा,
क्या हाल बना दिया इस जिंदा लाश का,भीगा तन जमाना देख रहा,
खून के आंसू रोते हुए इस भीगे दिल का किसीको इल्म भी न रहा….
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Wonderful Daxay
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Wow superb
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Thanks Karunaji
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Beautiful lines and photography👌👌
Adding a few lines… कि
शुक्रिया ए बारिश तेरा कि मेरे आँसुओं को छुपा लिया…
पर दिल कैसे झूठ बोल दे कि तेरी जुदाई को भुला दिया !
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बड़ी कश्मकश दिल और दिमाग के बीच रही,
एक बोले भूल जा उसे दुजा पूछे बता कैसे…?
बारिश एक बहाना, जमाने से छिपे अश्क बहाने का,
पागल दिल पूछे एक बहाना फिर प्यार से धड़कने का..
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Wonderful Daxay
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Nice Kshama
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Thanks. Nice appendage
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wow…
lovely photograph….please convey my complements to Mr. Anup Sood👌👌aptly described into words sir….
मऊ मऊ धुक्याच्या गार दुलई मागे काय लपले आहे कुणास ठाऊक??….
Adding some more….
थंडी हवा की झोंकोने कोहरे को पैगाम दिया….
आंखोसे गिरती बारिश को छूपाने का एक काम दिया…
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Thanks Kshama. Will pass your feelings on to him… Nice addendum
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wow Anirudhhaji super as always
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You’re welcome
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